गम भूल जाने की एक ही दवा है चाय जिसे लेकर करीब लाते हो। गम भूल जाने की एक ही दवा है चाय जिसे लेकर करीब लाते हो।
ये मुस्कान के दीवाने हैं रात के पहरेदार भी ये चांद-वांद जुगनू-वुगनु झींगुर भी ! ये मुस्कान के दीवाने हैं रात के पहरेदार भी ये चांद-वांद जुगनू-वुगनु झींगुर भी...
मिल जाएं गर तो शायद छपवा किताब देते। मिल जाएं गर तो शायद छपवा किताब देते।
कभी डांट में छिपे अहसास की पहचान कभी बारिश में भीगते पंछियों की शान कभी डांट में छिपे अहसास की पहचान कभी बारिश में भीगते पंछियों की शान
देख तेरे ख़्याल हमे बेतरह रुलाये जा रहे हैं थक गए निगाहों की नमी छुपाते छुपाते नासाज़ है... देख तेरे ख़्याल हमे बेतरह रुलाये जा रहे हैं थक गए निगाहों की नमी छुपात...
हाथ थामा है अगर तो साथ देना भी मेरा, क्योंकि तुझ तक पहुंचने की राहें नहीं है। हाथ थामा है अगर तो साथ देना भी मेरा, क्योंकि तुझ तक पहुंचने की राहें नहीं है।